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10.2.16

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी से राष्ट्रीय बालश्री सम्मान प्राप्त बाल-प्रतिभाओं ने की मुलाक़ात


बालश्री विजेता बच्चों के साथ मान. शिवराज सिंह जी , महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह जी, एवं श्री जे एन कन्सौटिया, प्रमुख-सचिव, महिला बाल-विकास      

मध्य प्रदेश के इतिहास में ये पहला अवसर था की राष्ट्रीय स्तर के 9 बालश्री सम्मान प्रदेश के झोली में आए हैं. । महिला सशक्तिकरण संचालनालय अंतर्गत संचालित जवाहर बालभवन एवं अधीनस्त संभागीय बालभवनों के बाल कलाकारों क्रमश:  मास्टर निनाद अधिकारी (संतूर, जवाहर बालभवन, भोपाल ) कुमारी हिबा खान (कला, जवाहर बालभवन, भोपाल,) कुमारी कृति मालवीय ( लेखन जवाहर बालभवन, भोपाल) मास्टर तनय तलैया (साइंस,संभागीय बालभवन उज्जैन) कुमारी प्रियंका पाटकर (लेखन,संभागीय बालभवन ग्वालियर, ) शुभमराज अहिरवार, (कला, संभागीय बालभवन जबलपुर), कुमारी चंद्रिका अग्रवाल (कला- संभागीय बालभवन सागर, ), कुमारी रूचि तिवारी (कला- अभिनव बालभवन भोपाल,), तथा मास्टर ईशान शुक्ला (लेखन- अभिनव बालभवन भोपाल) के क्षेत्र में प्राप्त हुए हैं . देश के 63 बालश्री सम्मान हेतु चयन प्रक्रिया चयनित किया जिसमें मध्य-प्रदेश इन 09 बच्चों का चयन हुआ. राष्ट्रीय बालभवन, के तत्वावधान में विज्ञान-भवन में गत 3 फरवरी 2016 को मान. मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन इरानी ने हर बच्चे को 15-15 हज़ार रूपए के किसान विकास पत्र, एक ट्राफी, पुस्तकें प्रदान कर सम्मानित किया .
श्री विशाल नाडकर्णी विशेष-कर्तव्यस्थ अधिकारी , (महिला बाल मंत्री कार्यालय) श्रीमती तृप्ति त्रिपाठीसंचालक जवाहर बालभवन भोपालश्री एम. एस. पवारसहायक संचालक भोपालसंभागीय बाल भवनों के सहायक संचालक गिरीश बिल्लोरेजबलपुरश्री हीरेन्द्र सिंह ग्वालियरके अलावा श्री आर. सी मिश्रा
विगत 8 फरवरी 2016 को मध्य-प्रदेश के बालश्री से सम्मानित बच्चों महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह से भेंट की. तथा उनकी अगुआई में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी से मिले. बच्चों ने अपने भाव एक कविता के रूप में मुख्यमंत्री जी को भेंट की . बालश्री विजेताओं को बधाई देकर स्नेह व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री महोदय ने इन प्रतिभाओं के लिए विशेष कार्यक्रम बनाने का दायित्व माननीया मंत्री जी को सौंपा .
           
              मानी शुभम राज की बात ... शुभम के पिता श्री जगदीश राज़ मिलेंगे सी एम साहेब

                      जबलपुर के शुभमराज ने भेंट के दौरान बताया कि - उनके सब्जी विक्रेता पिता श्री जगदीशराज अहिरवार की बरसों से आपसे मिलाने इच्छा है . मुख्यमंत्रीजी ने शुभम का पूरा पता फोन नंबर प्राप्त कर वादा किया कि वे शुभम के पिता से अवश्य मिलेंगे .

सिंहस्थ में देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुतियां बालभवनों  के बच्चे

                  श्री जे एन कन्सौटिया प्रमुख सचिव महिला बाल विकास, ने बालश्री विजेता बच्चों से मुक्तरूप से बातचीत की तथा सिंहस्थ में प्रदेश के सभी बालभवनों की संयुक्त-सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए तैयारी करने के लिए कहा.

                        आयुक्त महिला-सशक्तिकरण एवं विशेष कर्तव्यस्थ श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव से भेंट कर बच्चों ने उनसे प्रोत्साहन पाया. स्मरण हो कि महिला सशक्तिकरण संचालनालय द्वारा अपने अंतर्गत संचालित हो रहे बालभवनो में नवाचार करने के लिए निरंतर प्रेरित किया जा रहा है.                                      
                              इस अवसर पर श्री विशाल नाडकर्णी विशेष-कर्तव्यस्थ अधिकारी , (महिला बाल मंत्री कार्यालय) श्रीमती तृप्ति त्रिपाठी, संचालक जवाहर बालभवन भोपाल, श्री एम. एस. पवार, सहायक संचालक भोपाल, संभागीय बाल भवनों के सहायक संचालक गिरीश बिल्लोरे, जबलपुर, श्री हीरेन्द्र सिंह ग्वालियर, के अलावा श्री आर. सी मिश्रा की उपस्थिति उल्लेखनीय रही.


4.2.16

बालश्री सम्मान : दिल्ली के विज्ञान भवन में चमका नगर का सितारा शुभमराज अहिरवार



      संभागीय बालभवन जबलपुर में संचालित सतत रचनात्मक एवं सृजनात्मक गतिविधियों के चलते  संस्कारधानी को निरंतर मान-सम्मान एवं यश अर्जित करने के अवसर मिल रहे हैं  बाल भवन के विद्यार्थी मास्टर शुभमराज अहिरवार को राष्ट्रीय  बालश्री सम्मान 2013 के लिए नई-दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमति स्मृति जुबिन ईरानी ने दिनांक 3/2/2016 को अलंकृत किया. समारोह में कला-साहित्य-संगीत- नृत्य की  62 बाल प्रतिभाओं को देश के प्रतिभावान बच्चों को दिए जाने वाले सर्वोच्च  “बालश्री सम्मान” दिया गया है . प्रदेश के जवाहर बालभवन से 5 तथा संभागीय बालभवनों क्रमश: जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर, सागर   से एक एक प्रतिभाशाली बच्चों सहित 09 बच्चे  सम्मानित हुए.  

प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह , प्रमुख सचिव श्री जे एन कन्सौटिया  आयुक्त एवं विशेष कर्ताव्यस्थ अधिकारी  महिला सशक्तिकरण श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव , राज्य स्तरीय बालभवन की निदेशक श्रीमती तृप्ति मिश्रा , संयुक्त-संचालक द्वय श्री उमाशंकर नगाइच एवं सुश्री  सीमा शर्मा  संभागीय  उपसंचालक गण श्रीमति मनीषा लूम्बा , एवं श्री आर. सी . त्रिपाठी श्री हरीश खरे, श्री दीपक संकत एवं श्री एम एस पवार, सतशुभ्र मिश्र मनीष शर्मा  सहित विभागीय अधिकारियों ने बालभवनों  प्रशंसा करते हुए सृजनशीलता को सर्वोपरी निरूपित किया .
महिला बाल विकास मंत्री श्रीमति मायासिंह जी ने उपलब्धियों  की प्रशंसा करते हुए बालश्री विजेता बच्चों एवं बाल-भवनों के निदेशकों को दिनांक 08 फरवरी 2016 को भोपाल आमंत्रित किया है. जबलपुर से मास्टर शुभमराज एवं संचालक संभागीय बालभवन गिरीश बिल्लोरे  भोपाल जावेंगे .
बालभवन जबलपुर की इस उपलब्धि पर संचालक ने अनुदेशक श्रीमती रेणु पांडे एवं बालश्री अवार्डी शुभम को शुभकामना देते कहा- “शहर को आचार्य बिनोवा जी ने जो नाम दिया उसकी गरिमा न केवल शहरवासी वरण शहर के बच्चे भी बरकरार रखने के लिए सक्षम हैं. इन बच्चों की सृजनशीलता का आभास - रंगों की उड़ान , प्रथम सबला सम्मेलन सहित कई अवसरों पर नगरवासियों को हुआ है.” जिसका श्रेय जबलपुर के माननीय जनप्रतिनिधियों  एवं मीडिया को जाता है. अभिभावकों से अनुरोध है कि अपने बच्चों की रचनात्मक-अभिरुचि को बढ़ावा देने संभागीय बालभवन जबलपुर में अवश्य आएं .


   

14.1.15

संतलाल पाठक एवं रोहित गुप्ता बालश्री सम्मान से अलंकृत होंगे


संतलाल पाठक
संभागीय बाल भवन जबलपुर के प्रतिभाशाली कलाकारों क्रमश:  मास्टर संतलाल पाठक वर्ष 2011 में प्रदर्शनकारी कला एवं मास्टर रोहित गुप्ता को चित्रकला के लिए वर्ष 2012 के लिए    राष्ट्रीय बालश्री अलंकरण के लिए चयनित किया है . इन बाल प्रतिभाओं को विज्ञान भवन नई दिल्ली में 29 जनवरी 2014 को  आयोजित एक  भव्य समारोह में श्रीमती स्मृति ईरानी द्वारा बालश्री अलंकरण से अलंकृत किया जावेगा । इसके पूर्व वर्ष 2010 को संभागीय बाल भवन जबलपुर को पहली बार गौरव  प्रतिभाशाली बालिका कु. खुशी पाल बालश्री अलंकरण प्राप्त कर दिलाया था.
          10 जून 1996 को सतना जिले के  सामान्य कृषक श्री सत्यनारायण पाठक एवं श्रीमती आशा पाठक के घर जन्मे मास्टर संतलाल पाठक जन्म से ही नेत्रज्योति विहीन हैं । मास्टर संतलाल ने अंध मूक विद्यालय जबलपुर में अध्ययन के साथ साथ बाल भवन में सुश्री शिप्रा सुल्लेरे  से  संगीत की शिक्षा ग्रहण की है, वर्तमान में वे बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी हैं  । इतना ही नहीं वे विशेष बच्चों के लिए एक मोटीवेटर के रूप में जाने जाते हैं । सीमित साधनों में दृढ इच्छा शक्ति एवं आत्मिक साहस के कारण संतलाल ने बाल श्री हेतु  संभागीय , ज़ोनल एवं राष्ट्रीय स्तर की चयन की कठिन  प्रक्रिया में  सहजता से सफलताएँ हासिल कीं हैं । कवि हृदय संतलाल पाठक प्ले-बैक सिंगर बनाना चाहते हैं किन्तु उच्च शिक्षा के लिए वे बी एच  यू में दाखिले के इच्छुक हैं  । साथ ही वे उमरिया कलेक्टर श्री के जे तिवारी को अपना आदर्श मानते हुए कहते हैं कि – सफलता कड़ी मेहनत एवं लगन से ही हासिल होती है । सतत साधना किसी भी बाधा को लांघने की शक्ति देती है ।
          चित्रकला के लिए बालश्री अलंकरण  वर्ष 2012 के लिए चयनित मास्टर रोहित गुप्ता पंडित लज्जा शंकर झा उ. मा. विद्यालय में वर्तमान में बारहवीं के विद्यार्थी हैं । गढ़ाफ़ाटक निवासी श्री राजीव एवं श्रीमती अलका गुप्ता के पुत्र मास्टर रोहित का सपना है कि वे देश के ख्याति प्राप्त आर्किटेक्ट के रूप में प्रतिष्ठित हों । अपनी सफलता का श्रेय अपनी गुरु श्रीमती रेणु पांडे को देने वाले रोहित ने जिला, संभाग, एवं राज्य स्तर कई पुरस्कार अर्जित किए हैं ।
रोहित गुप्ता
          बाल भवन संचालक गिरीश बिल्लोरे ने बताया – “मेरे पूर्ववर्ती अधिकारियों क्रमश: श्रीमती शालिनी तिवारी एवं श्रीमती  मनीषा लुम्बा के उचित प्रबंधन के परिणाम स्वरूप बालश्री हेतु दो बच्चों का चयन हुआ है । वर्तमान में चार अन्य प्रतिभागी ज़ोनल-स्तर के लिए  चयनित हुए हैं उम्मीद है कि इस बार भी संस्कारधानी को अधिक सम्मान मिलेगा । बाल भवन जबलपुर नें वर्ष 2015 में बच्चों के लिए गतिविधियों में कुछ अहम बदलाव भी किए गए हैं जिसमें क्रिएटिव राइटिंग, साहित्य, काव्य, एवं गद्य लेखन, वक्तव्य कला, के साथ साथ मार्शल आर्ट, वालीबाल,  थियेटर, पर  विशेषरूप ध्यान दिया जा रहा है ।    
बालश्री अवार्ड  हेतु चयनित बच्चों को नकद राशि, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाता है ।
            

           

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